गोंद और गोंद कतीरा में क्या अंतर होता है?गोंद और गोंद कतीरा में क्या अंतर होता है?

गोंद विभिन्न पेड़ों, विशेषकर कीकर और बबूल, से प्राप्त होता है। यह पेड़ों की छाल से स्रावित होकर सूख जाता है। 

गोंद कतीरा चने के पेड़ की शाखाओं से प्राप्त होता है और यह सूखने के बाद एक सफेद या हल्के पीले रंग का पदार्थ बनता है। 

गोंद आमतौर पर हल्के पीले से लेकर भूरे रंग का और कठोर होता है। 

गोंद कतीरा सफेद, हल्का पीला या पारदर्शी होता है और यह नरम और जेल जैसा होता है। 

गोंद का स्वाद तटस्थ होता है, इसमें कोई खास स्वाद नहीं होता। 

गोंद कतीरा का भी स्वाद तटस्थ होता है, लेकिन इसका ताज़ा करने वाला गुण होता है, जो पेय पदार्थों और डेसर्ट में प्रयोग किया जाता है। 

गोंद का उपयोग मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों, दवाइयों, और कागज, टेक्सटाइल, और सौंदर्य प्रसाधनों में चिपकने वाले के रूप में किया जाता है। 

गोंद कतीरा का उपयोग मुख्यतः ठंडाई, शर्बत, आइसक्रीम, और अन्य ठंडे पेय पदार्थों में गाढ़ापन बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग फार्मास्यूटिकल्स और सौंदर्य उत्पादों में भी किया जाता है।