सेब में उच्च मात्रा में फाइबर होता है जो पाचन को दुरुस्त रखने में सहायक होता है। इसमें पेक्टिन नामक घुलनशील फाइबर होता है जो पाचन प्रक्रिया को नियमित करने में मदद करता है।
केले में प्राकृतिक प्रीबायोटिक होते हैं जो पाचन तंत्र में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं, जिससे पाचन प्रक्रिया में सुधार होता है।
पपीता में पेपेन नामक एंजाइम होता है जो प्रोटीन को तोड़ने में मदद करता है, जिससे पाचन आसान हो जाता है और कब्ज की समस्या दूर होती है।
अनन्नास में ब्रोमेलिन नामक एंजाइम होता है जो प्रोटीन को तोड़ने में सहायक होता है और पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है।
संतरे में विटामिन C और फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखती है और कब्ज को दूर करती है।
नाशपाती में पेक्टिन नामक घुलनशील फाइबर होता है जो पाचन को सुधारता है और आंतों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।
अंजीर में घुलनशील और अघुलनशील दोनों प्रकार के फाइबर होते हैं, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं और कब्ज को दूर करते हैं।
कीवी में एक्टिनिडिन नामक एंजाइम होता है जो प्रोटीन को तोड़ता है और पाचन को बेहतर बनाता है।