आखिर एक आदमी कितने दिन तक बिना सोए रह सकता है?

रैंडी गार्डनर नामक एक व्यक्ति ने 1964 में 11 दिन और 24 मिनट तक बिना सोए रहकर विश्व रिकॉर्ड बनाया था। 

24 घंटे से अधिक समय तक जागे रहने पर ध्यान और प्रतिक्रिया समय कम हो जाता है। इसके अलावा, मनोवैज्ञानिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। 

लंबे समय तक जागे रहने से चिड़चिड़ापन, भ्रम, स्मृति समस्याएं, और मूड स्विंग्स जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। 

अत्यधिक स्लीप डिप्राइवेशन गंभीर मामलों में मृत्यु का कारण भी बन सकती है, हालांकि सामान्यतः इससे पहले शरीर स्वतः ही सोने का प्रयास करता है। 

लंबे समय तक बिना सोए रहने से इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है, जिससे बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है। 

नियमित और पर्याप्त नींद न लेने से हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है, जैसे उच्च रक्तचाप और दिल का दौरा। 

नींद की कमी से मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ सकता है, जिससे अवसाद, चिंता और अन्य मानसिक विकार हो सकते हैं। 

बिना सोए रहने से मस्तिष्क की कार्यक्षमता में कमी आ जाती है, जिससे निर्णय लेने की क्षमता और समस्या सुलझाने की क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।