सेहत के लिए ठीक नहीं अलार्म सुनकर उठना, जानिए इसके नुकसान
अलार्म की तेज़ आवाज़ अचानक से गहरी नींद को तोड़ देती है, जिससे नींद का चक्र बाधित होता है। इससे नींद की गुणवत्ता खराब होती है और शरीर को पूरा आराम नहीं मिल पाता।
अचानक अलार्म बजने से शरीर में तनाव का स्तर बढ़ जाता है। इससे शरीर में कोर्टिसोल नामक स्ट्रेस हार्मोन का उत्पादन होता है, जो दिनभर तनाव का कारण बन सकता है।
अलार्म की तेज़ आवाज़ से हृदय की धड़कनें तेज हो जाती हैं, जिससे हृदय पर दबाव पड़ सकता है। यह खासतौर पर उन लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है जिनके हृदय की स्थिति पहले से ही कमजोर है।
अलार्म सुनकर उठने के बाद शरीर और दिमाग पूरी तरह से जाग नहीं पाते, जिससे दिनभर सुस्ती और थकान महसूस होती है। इससे काम करने की क्षमता भी कम हो जाती है।
अलार्म की आवाज़ से नींद टूटने पर चिड़चिड़ापन और मूड स्विंग्स का सामना करना पड़ सकता है। यह मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
अलार्म की वजह से हुई अधूरी नींद के कारण ध्यान केंद्रित करने में मुश्किल होती है। इससे पढ़ाई, काम या अन्य दैनिक गतिविधियों में प्रदर्शन कम हो सकता है।
हमारा शरीर प्राकृतिक रूप से सूर्य की रोशनी और प्राकृतिक ध्वनियों के अनुसार जागने के लिए बना है। अलार्म के कारण यह प्राकृतिक चक्र बाधित होता है, जिससे नींद का पैटर्न असंतुलित हो जाता है।
अलार्म बजने पर बार-बार स्नूज़ करने की आदत बन जाती है, जिससे नींद और भी खराब होती है। यह आदत सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है और दिनभर थकान का कारण बन सकती है।