Amla: आँवला जनसामान्य में प्रचलित फल है। यह स्वास्थ्य की दृष्टि से श्रेष्ठ फल है। यह स्वाद में कसैला, मधुर, अम्ल तथा दाह व वमन, प्रमेह का नाश करने वाला रसायन है। आँवला अपने खट्टे स्वाद से वात, मधुर व शीतलता से पित्त व कफ का विनाश कर त्रिदोष दूर करता है। आँवला विटामिन c (Vitamin C) का अद्भुत भंडार है। आँवले का जन्म स्थान हमारे भारत देश ही है। यह सर्दियों में प्रचुरता में पाया जाता है। केवल आँवला ही उपयोगी नहीं वरन् इसकी गुठली व पत्तियाँ भी औषधीय उपयोग में आती हैं। हमारे देश की महिलाएँ आँवला नवमी को आँवले के वृक्ष की पूजा करती हैं। आँवले को आयुर्वेद (Ayurveda) में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। च्यवन ऋषि द्वारा निर्मित च्यवनप्राश आंवला महत्वपूर्ण घटक है। प्रसिद्ध आयुर्वेदिक चिकित्सक वाग्भट्ट भी यौवन को रखने वाले पदार्थों में आँवले को श्रेष्ठ मानते थे। च्यवनप्राश के सेवन से स्फूर्ति आती है एवं सप्त धातुएँ पुष्ट होकर शरीर यौवन प्राप्त करता है। वैसे तो आँवले में डिशामिन-सी प्रचुरता से पाया जाता है। किन्तु विटामिन C के अतिरिक्त आंवले में विटामिन ए. केल्शियम, लोहा व विटामिन-बी भी पाया जाता है।
आँवले (Amla) का चमत्कारी गुण
1 . आँवले के गुणों का जनसामान्य में प्रचार न होना ही इसके कम उपयोग का प्रमुख कारण है। आँवला प्रकृति प्रदत्त श्रेष्ठ औषधीय फल है।वैज्ञानिकों ने अपने परीक्षणों से सिद्ध किया है कि आंवले का विटामिन-सी पकाने, सुखाने व पिसने से भी नष्ट नहीं होता है अतः इसे आसानी से भंडारण करके रखा जा सकता है।
2. आंवले का भंडारण पावडर, सुपारी, मुरब्बा, अचार, सब्जी व रस के रूप में किया जा सकता है। एक स्वस्थ व्यक्ति को 50 मिली ग्राम विटामिन-सी (Vitamin C) की आवश्यकता होती है। उक्त विटामिन-सी की मात्रा आधा औंस आंवले के रस से प्राप्त हो जाती है।
3. आँवला कीटाणुओं व शारीरिक व्याधियों को दूर करने में उपयोगी है। यह युवकों की शारीरिक व मानसिक उत्तेजना का शमन करके उन्हें संयत जीवन प्रदान करता है। गर्भिणी स्त्रियाँ भी यदि इसका नियमित सेवन करें तो गर्भावस्था के दौरान होने वाले विकारों, जैसे- जी घबराना, कब्ज, भूख की कमी एवं अन्य विकारों को दूर करने में सहायक है।
4. आंवला त्वचा (Skin) के स्वास्थ्य में सुधार करने की अपनी क्षमता के लिए जाना जाता है, इसकी एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन सी की उच्च सामग्री हैं। ये पोषक तत्व त्वचा को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने में मदद करते हैं, जिससे महीन रेखाएं, झुर्रियां और उम्र बढ़ने के अन्य लक्षण दिखाई दे सकते हैं। आंवला त्वचा की समग्र बनावट और टोन को बेहतर बनाने में भी मदद कर सकता है, जिससे यह चिकनी और अधिक चमकदार दिखती है।
5. आंवला को कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) कम करने वाले प्रभाव के लिए जाना जाता है, आप अपने कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं। माना जाता है कि आंवला रक्त परिसंचरण में सुधार करने में भी मदद करता है, जो हृदय संबंधी समस्याओं के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।