आखिर किताबों का आकार चौकोर ही क्यों होता है?
चौकोर आकार की किताबें हाथ में पकड़ने और पढ़ने में सुविधाजनक होती हैं, जिससे लंबे समय तक पढ़ने पर भी आराम महसूस होता है।
चौकोर आकार में पेजों को एक साथ फोल्ड करना और बांधना आसान होता है, जिससे किताब का निर्माण सरल हो जाता है।
चौकोर आकार प्रिंटिंग प्रेस के लिए उपयुक्त होता है क्योंकि इसे व्यवस्थित तरीके से छापा जा सकता है और कागज की बर्बादी कम होती है।
चौकोर आकार की किताबें लाइब्रेरी या शेल्फ में आसानी से रखी जा सकती हैं, जिससे वे अधिक जगह नहीं घेरतीं और व्यवस्थित रहती हैं।
चौकोर आकार किताब के कवर और पृष्ठों पर डिजाइनिंग के लिए अधिक संतुलित और आकर्षक होता है, जिससे किताब को देखने में अच्छा लगता है।
चौकोर किताबों में पन्नों का वजन समान रूप से वितरित होता है, जिससे किताब बैलेंस्ड रहती है और आसानी से खुलती और बंद होती है।
चौकोर आकार किताबों के विभिन्न फॉर्मेट्स में स्थिरता लाता है, जिससे बड़े और छोटे दोनों संस्करणों में एक समानता बनी रहती है।
किताबों के चौकोर आकार का चलन एक मानक बन चुका है, जिससे प्रकाशक और लेखक इसे ज्यादा पसंद करते हैं और इसे सामान्य रूप से अपनाते हैं।
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