कहीं आपको भी तो नहीं आते हैं नींद में झटके, जानिए इसके कारण

नींद में झटके आना, जिसे हाइपनिक जर्क्स (Hypnic Jerks) या स्लीप स्टार्ट्स कहा जाता है, एक सामान्य स्थिति है जो कई लोगों को प्रभावित करती है 

अत्यधिक तनाव और चिंता आपके मस्तिष्क को अत्यधिक सक्रिय बना सकते हैं, जिससे नींद में झटके आ सकते हैं। मानसिक तनाव आपके शरीर को पूरी तरह से आराम करने नहीं देता, जिससे यह समस्या होती है। 

जब आप बहुत अधिक थके होते हैं, तो आपका शरीर जल्दी से सोने की कोशिश करता है, लेकिन मस्तिष्क पूरी तरह से शांत नहीं होता। इस स्थिति में नींद में झटके आ सकते हैं। 

कैफीन, निकोटीन, या अन्य उत्तेजक पदार्थों का सेवन सोने से पहले करने से मस्तिष्क की सक्रियता बढ़ जाती है, जिससे नींद में झटके आने की संभावना बढ़ जाती है। 

अपर्याप्त नींद लेने से शरीर को पूरी तरह से आराम नहीं मिलता, जिससे नींद में झटके आने की संभावना बढ़ जाती है। नींद की कमी मस्तिष्क की सामान्य गतिविधियों को प्रभावित कर सकती है। 

सोने से पहले की गई भारी शारीरिक गतिविधि भी नींद में झटके का कारण बन सकती है। इसका कारण मांसपेशियों में तनाव और थकान हो सकता है। 

मस्तिष्क का किसी भी प्रकार का असामान्य रूप से सक्रिय होना, जैसे कि जल्दी सोने की कोशिश करना, नींद में झटके का कारण बन सकता है। मस्तिष्क और शरीर के बीच तालमेल की कमी भी इस स्थिति को बढ़ा सकती है। 

कुछ स्वास्थ्य समस्याएं, जैसे कि मिर्गी (Epilepsy) या अन्य न्यूरोलॉजिकल समस्याएं, नींद में झटके का कारण बन सकती हैं। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।