भारतीय नोटों पर गांधी जी की तस्वीर: कब और कैसे आई?
महात्मा गांधी की तस्वीर भारतीय नोटों पर प्रमुखता से दिखाई देती है, लेकिन ऐसा हमेशा से नहीं था
– वर्ष: महात्मा गांधी की तस्वीर पहली बार 1987 में ₹500 के नोट पर दिखाई दी।
– महत्व: यह कदम गांधी जी के योगदान को सम्मान देने के लिए उठाया गया था।
– वर्ष: 1996 में, भारतीय रिजर्व बैंक ने नई 'गांधी श्रृंखला' नोटों को जारी किया।
– प्रमुख बदलाव: इस श्रृंखला में सभी प्रमुख नोटों पर महात्मा गांधी की तस्वीर शामिल की गई।
– स्रोत: गांधी जी की तस्वीर 1946 में मुंबई स्थित वेस्टर्न इंडिया के गवर्नर हाउस में खींची गई थी।
– चयन प्रक्रिया: इस तस्वीर को कई चित्रों में से चुना गया, जिसमें गांधी जी की लोकप्रियता और पहचान को ध्यान में रखा गया।
– डिजाइन: नोटों के डिजाइन में महात्मा गांधी की तस्वीर के अलावा उनके योगदान और भारत की सांस्कृतिक विरासत को भी दर्शाया गया।
– सुरक्षा: नई श्रृंखला में उन्नत सुरक्षा सुविधाएं भी जोड़ी गईं ताकि जालसाजी को रोका जा सके।
– पहले: महात्मा गांधी से पहले, भारतीय नोटों पर अशोक स्तंभ, अशोक चक्र, ताजमहल आदि के चित्र होते थे।
– परिवर्तन: गांधी जी की तस्वीर के बाद, नोटों का स्वरूप ज्यादा पहचानने योग्य और प्रेरणादायक बन गया।
– प्रभाव: गांधी जी की तस्वीर ने भारतीय नोटों को एक वैश्विक पहचान दी और यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रतीक के रूप में स्थापित हुई।
– प्रेरणा: इससे भारतीय नागरिकों में राष्ट्रीयता और गांधी जी के सिद्धांतों के प्रति सम्मान बढ़ा।
– रंग: नोटों का रंग और डिजाइन गांधी जी की तस्वीर के साथ अधिक आकर्षक और उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाया गया।
– आकार: विभिन्न मूल्यों के नोटों का आकार भी बदल गया ताकि लोग उन्हें आसानी से पहचान सकें।