किस उम्र में जवान होता है मोर, नहीं जानते तो जान लीजिए!

मोर, जो अपनी सुंदरता और रंग-बिरंगे पंखों के लिए प्रसिद्ध है, विशेष रूप से भारत का राष्ट्रीय पक्षी है। 

इसकी उम्र और परिपक्वता से संबंधित जानकारी दिलचस्प हो सकती है।  

मोर के बच्चे, जिन्हें चूज़े कहते हैं, जन्म के समय छोटे और भूरे रंग के होते हैं। ये अपने बड़े पंखों के बिना दिखने में बहुत साधारण होते हैं। 

पहले वर्ष में मोर का आकार धीरे-धीरे बढ़ता है। इस समय तक ये उड़ने में सक्षम होते हैं लेकिन इनकी पूंछ छोटे पंखों से भरी होती है। 

दूसरे वर्ष में मोर के पंखों में रंग दिखाई देने लगता है। इसके पंख बड़े और चमकीले हो जाते हैं, जो कि उनके परिपक्वता की ओर बढ़ने का संकेत है। 

इस उम्र में मोर के पंख पूरी तरह से विकसित हो जाते हैं और अपनी विशिष्ट लंबाई तक पहुँचते हैं। यह उम्र उनके पंखों की सबसे आकर्षक अवस्था होती है। 

तीन साल के अंत तक मोर जवान हो जाते हैं। इस उम्र में उनके पंख पूरी तरह से विकसित हो जाते हैं और उनकी सुंदरता अपने चरम पर होती है। 

तीसरे वर्ष में ही मोर प्रजनन के लिए पूरी तरह तैयार हो जाते हैं। इस समय वे अपनी आकर्षक पूंछ का उपयोग करके मादा मोरों को आकर्षित करते हैं।