Holi : रंगों के त्योहार होली का हर कोई काफी उत्सुकता से इंतेजार करता है। होली का त्योहार लगभग हर जगह बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। भारत में होली को काफी धूमधाम से मनाया जाता है। लोग एक दूसरे के साथ जमकर होली खेलते हुए खूब मस्ती करते हैं। इस दिन एक दूसरे के सारी कड़वाहट को भूलाकर इस त्योहार को देशभर में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में कुछ जगह ऐसी भी है, जहां पर होली का त्योहार नहीं मनाया जाता। कुछ जगहों पर रंगों के इस त्योहार को नहीं मनाया जाता और ऐसा करने की वजह भी काफी चौंकाने वाली है। इस बार होली का पर्व 8 मार्च को मनाया जा रहा है।
Holi इन जगहों पर नहीं मनाया
तीज का त्योहार लोग परिवार के साथ घर पर ही मनाना पसंद करते हैं। लेकिन क्यों न इस बार कुछ अलग किया जाए। इस बार आप घर न जाकर उन जगहों पर जाएं जहां की होली भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया में मशहूर है। इस साल 18 मार्च को देशभर में होली (Holi) का त्योहार मनाया जा रहा है। होली को लेकर लोग अच्छे-खासे उत्सुक रहते हैं। और इस बार होली के मौके पर लोगों को लंबा वीकेंड भी मिल रहा है। जिस कारण लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ होली ट्रिप पर जाकर एन्जॉय कर सकते हैं। देश में बहुत सी जगह धूमधाम से होली का त्योहार मनाया जाता है लेकिन कुछ ऐसी जगहें भी हैं जहां होली नहीं मनाई जाती है। इन जगहों पर होली का दिन भी दूसरे सामान्य दिनों की तरह रहता है। इन सभी जगहों पर होली न मनाने के पीछे कई कारण हैं।
उत्तराखंड (Uttarakhand)
कुरझण और जौंदली गांव में 150 सालों से होली नहीं मनाई गई। गांव रूद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि ब्लॉक में है। इन जगहों पर होली नहीं मनाने की कई वजहें बताई जाती हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस गांव की इष्टदेवी मां त्रिपुर सुंदरी देवी हैं, जिन्हें हुड़दंग नहीं पसंद। इसके अलावा ये भी वजह बताई जाती है कि इस गांव में जब डेढ़ सौ साल पहले लोगों ने होली खेलने की कोशिश हुई थीं तो तीनों ही गांव हैजा की चपेट में आ गए थे। जिसके बाद किसी ने यहां होली मनाने की हिम्मत नहीं जुटाई।
तमिलनाडु (Tamil nadu)
पूर्णिमा को होली आती है तो यहां के लोग मासी माघम कहते हैं। यह तमिल धर्म के अनुसार एक पवित्र दिन है। वे इस दिन को अपने अंदाज में सेलिब्रेट करते हैं।
रामसन गांव, गुजरात (Gujarat)
गुजरात एक रंगीन राज्य है। इस खूबसूरत राज्य में रामसन नाम का एक गांव है। गुजरात के बनासकांठा जिले के इस गांव में पिछले 200 सालों से होली नहीं मनाई जाती है। यह स्थानीय लोगों के होली का त्योहार नहीं मनाने के श्राप की कथा है।
दुर्गापुर, झारखंड (Jharkhand)
झारखंड का एक भी गांव गुजरात में रमजान जैसा रंगों का त्योहार नहीं मनाता. वह विचित्र गांव झारखंड राज्य के बोकारो में दुर्गापुर गांव है। पिछले 100 सालों से यहां लोगों ने होली नहीं मनाई है। चूंकि इस गांव के क्षेत्र में शासन करने वाले राजा के पुत्र की मृत्यु होली के दिन हुई थी, इसलिए राजा के आदेश पर होली का त्योहार नहीं मनाया जाता है। अगर आप होली मनाना चाहते हैं तो पास के दूसरे गांव में जाकर इसका लुत्फ उठा सकते हैं।
ज़रूर पढ़ें : Kissing Device : चीन ने बनाया ऐसा डिवाइस, मीलों दूर से कर सकेंगे Kiss, कैसा लगा ये आविष्कार?
हथखोह, बुंदेलखंड
बुंदेलखंड के सागर जिले के हथखोह गांव के लोग होली (Holi) नहीं मनाते हैं। इतना ही नहीं गांव के लोग होलिका का दहन भी नहीं करते हैं। मान्यता है कि सालों पहले गांव के लोगों को खुद देवी ने दर्शन देकर होली न मनाने के लिए कहा था। तभी से यह परंपरा चली आ रही है।