नई दिल्ली: भारत के दिग्गज टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने अपने दो दशक से भी लंबे पेशेवर करियर पर विराम लगा दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए अपने संन्यास की घोषणा की, जिससे भारतीय खेल जगत में एक युग का अंत हो गया। बोपन्ना को देश के सर्वकालिक महान टेनिस खिलाड़ियों में से एक माना जाता है, जिन्होंने कई युवाओं को प्रेरित किया।
बोपन्ना ने अपने करियर में कई यादगार सफलताएं हासिल कीं। उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि 2017 में आई, जब उन्होंने कनाडा की गैब्रिएला डाब्रोव्स्की के साथ मिलकर फ्रेंच ओपन का मिक्स्ड डबल्स खिताब अपने नाम किया था। वह लगातार टूर पर बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों में से एक रहे हैं।
Instagram पर लिखा भावुक पोस्ट
अपने संन्यास की घोषणा करते हुए बोपन्ना ने Instagram पर एक लंबा और भावुक पोस्ट साझा किया। उन्होंने अपने प्रशंसकों, परिवार और कोचों का शुक्रिया अदा किया जिन्होंने इस लंबे सफर में उनका साथ दिया।
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टेनिस से जुड़े रहेंगे, युवाओं को करेंगे प्रेरित
बोपन्ना ने यह भी स्पष्ट किया कि खिलाड़ी के तौर पर पीछे हटने के बावजूद टेनिस के साथ उनकी कहानी खत्म नहीं हुई है। उन्होंने खेल को कुछ वापस देने की अपनी इच्छा जाहिर की। उन्होंने कहा कि वह छोटे शहरों से आने वाले युवाओं को उनके सपने हासिल करने में मदद करना चाहते हैं।
बोपन्ना ने अपना आखिरी पेशेवर मैच पेरिस मास्टर्स 1000 में खेला था। इस टूर्नामेंट में वह अलेक्जेंडर बुबलिक के साथ जोड़ी बनाकर उतरे थे। हालांकि, उन्हें राउंड ऑफ 32 में जॉन पीयर्स और जेम्स ट्रेसी की जोड़ी से 5-7, 6-2, 10-8 से हार का सामना करना पड़ा था।








