Modi : जापान के हिरोशिमा में ग्रुप ऑफ सेवन (जी7) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन देशों के दौरे के तहत पापुआ न्यू गिनी का दौरा किया। पोर्ट मोरेस्बी पहुंचने पर पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। आश्चर्य के रूप में, जेम्स मारापे ने पीएम मोदी के पैर छुए और झुककर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अब फिजी के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा गया है।
प्रधानमंत्री मोदी को उनके वैश्विक नेतृत्व के लिए “द कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी” से सम्मानित किया गया। प्रधान मंत्री मोदी ने अपने फिजियन समकक्ष सिटीवानी राबुका से पदक प्राप्त किया।
गवर्नर-जनरल सर बॉब डाडे से मिले
वहीं, पीएम मोदी की गवर्नर-जनरल सर बॉब डाडे से भी मुलाकात हुई। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत-पापुआ न्यू गिनी संबंधों के बीच विकास साझेदारी के महत्व को रेखांकित किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पापुआ न्यू गिनी में ‘थिरुक्कुरल’ पुस्तक के टोक पिसिन अनुवाद का विमोचन किया। साथ ही उन्होंने एफआईपीआईसी शिखर सम्मेलन से इतर सोलोमन द्वीप के प्रधानमंत्री मनश्शे सोगावारे के साथ शानदार मुलाकात की।
मोदी ने हिंद-प्रशांत द्वीप सहयोग मंच (FIPIC) के इतर राबुका से भी मुलाकात की। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘फिजी के प्रधानमंत्री राबुका से मिलकर खुशी हुई। हमने विभिन्न विषयों पर अच्छी बातचीत की। भारत और फिजी के संबंध समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं। हम आगामी वर्षों में इन्हें और मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने को लेकर उत्सुक हैं।”
इन देशों से भी मिल चुका है सम्मान
साल 2019 में संयुक्त अरब अमीरात ने प्रधानमंत्री मोदी को ‘ऑर्डर ऑफ जायद’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसी साल रूस ने उन्हें अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू’ अवार्ड से नवाजा था।2019 में उन्हें मालदीव ने अपने सर्वोच्च सम्मान ‘निशान इज्जुद्दीन’ और बहरीन ने ‘द किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनेसां’ से सम्मानित किया था, जबकि 2020 में अमेरिका ने उन्हें ‘लीजन ऑफ मेरिट’ और 2021 में भूटान ने अपने सर्वोच्च सम्मान से नवाजा था।
FIPIC का तीसरा शिखर सम्मेलन
प्रधानमंत्री मोदी FIPIC के तीसरे शिखर सम्मेलन की पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे के साथ सह-अध्यक्षता कर रहे हैं। उन्होंने मारापे से कहा कि वह भारत को एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में देख सकते हैं और भारत सदस्य देशों की हरंसभव सहायता करने के लिए तैयार है। FIPIC की शुरूआत 2014 में मोदी की फिजी यात्रा के दौरान हुई थी और इस शिखर सम्मेलन में 14 प्रशांत द्वीप देश शामिल हैं।