Call Before U-DIG : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हल ही में 6G विजन डॉक्यूमेंट और इसके लिए टेस्टबेड को लांच किया। इसके साथ ही प्राइम मिनिस्टर ने एक मोबाइल एप्लीकेशन भी लॉन्च किया जिसका नाम कॉल बिफोर यू डिग (Call Before U-DIG) है। खुदाई के कारण उपयोगिताओं को नुकसान को रोकने के लिए खुदाई एजेंसियों और भूमिगत उपयोगिता मालिकों के बीच समन्वय की सुविधा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने बुधवार को ‘Call Before You Dig’ (CBuD) ऐप लॉन्च किया। इस ऐप की पहल डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन ने की है। दरअसल, इस ऐप को इसलिए लॉन्च किया गया है ताकि सरकार का पैसा बचाया जा सके।
‘Call Before U-DIG’ एप्लिकेशन क्या है?
Call Before u Dig मोबाइल एप्लिकेशन दूरसंचार विभाग, संचार मंत्रालय की एक पहल है, जिसका उद्देश्य ऑप्टिकल फाइबर केबल जैसी अंतर्निहित संपत्तियों को होने वाले नुकसान को रोकना है, जो कि असंगठित खुदाई और खनन के कारण होता है, जिससे हर साल लगभग 3,000 करोड़ रुपये का नुकसान होता है। इसकी जानकारी प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) की विज्ञप्ति ने दी। यह सड़क, दूरसंचार, पानी, गैस और बिजली जैसी आवश्यक सेवाओं में कम व्यवधान के कारण संभावित व्यावसायिक नुकसान को बचाएगा और नागरिकों को होने वाली परेशानी को कम करेगा। सीबीयूडी ऐप एक्सक्वेटर्स और संपत्ति के मालिकों को एसएमएस/ईमेल सूचनाओं और क्लिक-टू-कॉल के माध्यम से जोड़ेगा ताकि भूमिगत संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए देश में योजनाबद्ध तरीके से खुदाई की जा सके। इसका उद्देश्य खुदाई करने वाली कंपनियों को संपर्क का एक बिंदु देना है, जहां वे खुदाई का काम शुरू करने से पहले मौजूदा उपसतह उपयोगिताओं के बारे में पूछताछ कर सकें। यूटिलिटी वर्कर्स स्थान पर घट सकने वाली किसी अशुभ घटना के बारे में भी पहले से पता लगा सकते हैं।
लगभग करोड़ों रुपये का नुकसान
बता दें कि भारत में विभिन्न एजेंसियों द्वारा की जाने वाली असंगठित खुदाई और उत्खनन की वजह से हर साल हजारों करोड़ रुपये का नुकसान होता है। अकेले टेलिकॉम विभाग में ही हर साल करीब 10 लाख अंडरग्राउंड केबल्स निर्माण कार्यों के दौरान कट जाते हैं। इससे जो नुकसान होता है अगर उसका सालाना आंकलन करें तो वह लगभग 3000 करोड़ रुपये होता है। बाकि आए दिन कहीं न कहीं जल विभाग, बिजली विभाग, टेलीकॉम विभाग और सड़क व परिवहन विभाग का निर्माण कार्य चलता रहता है।
भारत 6-जी विजन डॉक्यूमेंट क्या है ?
भारत 6-जी विजन डॉक्यूमेंट 6-जी पर प्रौद्योगिकी नवाचार समूह (टीआईजी-6जी) द्वारा तैयार किया गया है। इस समूह का गठन नवंबर 2021 में विभिन्न मंत्रालयों / विभागों, अनुसंधान और विकास संस्थानों, शिक्षाविदों, मानकीकरण निकायों, दूरसंचार सेवा प्रदाताओं और उद्योग जगत के सदस्यों के साथ भारत में 6-जी सेवा के लिए कार्य योजना और रूप रेखा विकसित करने के लिए किया गया था। 6-जी परीक्षण केंद्र अकादमिक संस्थानों, उद्योग, स्टार्ट-अप्स, एमएसएमई, उद्योग आदि को उभरती आईसीटी प्रौद्योगिकियों का परीक्षण और सत्यापन करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। भारत 6-जी विजन डॉक्यूमेंट और 6-जी परीक्षण केंद्र देश में नवाचार, क्षमता निर्माण और तेजी से प्रौद्योगिकी अपनाने के लिए एक सक्षम वातावरण प्रदान करेगा।
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