Chhattisgarh : कांकेर जिले के पखांजूर में अपना महंगा मोबाइल फोन ढूंढने के लिए डैम से लाखों लीटर पानी बहाने के मामले में फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही इस मामले में एसडीओ आरके धीवर के वेतन से पानी की राशि वसूलने का आदेश दिया है। बताया जा रहा है कि जलाशय खाली करने के लिए तीन दिन तक पंप चलवाया गया, जब विवाद बढ़ा तो आनन-फानन में पंप को हटाया गया।
20 लाख लीटर पानी बहाने वाले अधिकारी पर एक्शन
पंपिंग सोमवार शाम से शुरू हुई थी और गुरुवार तक पानी सुखाने का काम चल रहा था, शिकायत पर सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और कार्य रुकवा दिया। हालांकि जब तक पानी रुका तब तक जलस्तर छह फीट हो चुका था। करीब 21 लाख लीटर पंप किया गया। इस इलाके में गर्मियों में भी 10 फीट गहरा पानी रहता है और जानवर इससे पीते हैं। सेल्फी लेने के चक्कर में फोन हाथ से छूट गया। राजेश विश्वास ने कहा कि उन्हें इसे वापस लेना पड़ा क्योंकि इसमें आधिकारिक विभागीय डेटा था। गोताखोरों ने उसका पता लगाने की कोशिश की, लेकिन सतह पर चट्टान होने के कारण वह पता नहीं लगा सका। जल संसाधन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि पानी का किसी भी काम में इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। तो उन्होंने कहा कि पानी खाली कर दिया गया है।
साल 2021 में इस मामले में निलंबित हुआ था राजेश
छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियम के विपरीत कार्य करने के कारण फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है। निलंबन की अवधि में उनका मुख्यालय जिला कार्यालय खाद्य शाखा कांकेर रहेगा और निलंबित रहने तक विश्वास को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा। इससे पहले राजेश के खिलाफ पीडीएस योजना से जुड़े एक मामले में भी कार्रवाई हो चुकी है। साल 2021 में उसके रिश्तेदार के घर से भारी मात्रा में चावल बरामद हुआ था। इसके बाद जांच में दोषी पाए जाने पर निलंबित कर दिया गया था।
फोन मिला लेकिन हो चुका खराब
छत्तीसगढ़ के फूड इंस्पेक्टर का फोन पानी कम करने के बाद ढूंढ लिया गया, लेकिन पानी में ज्यादा देर रहने की वजह से फोन ने काम करना बंद कर दिया। बताया गया कि फोन खराब हो गया था।