पिज्जा की उत्पत्ति इटली के नेपल्स शहर में हुई थी। इसे पहली बार 18वीं शताब्दी में गरीबों के भोजन के रूप में बनाया गया था, जिसमें ब्रेड, टमाटर, और चीज़ का इस्तेमाल किया गया था।
मारgherita पिज्जा का नाम इटली की रानी मारgherita के नाम पर रखा गया था। 1889 में एक नेपल्स के पिज़्ज़ाइयो (पिज़्ज़ा शेफ) ने उनके लिए यह पिज्जा बनाया था, जिसमें टमाटर, मोज़रेला चीज़, और तुलसी के पत्ते थे, जो इटली के राष्ट्रीय ध्वज के रंगों का प्रतीक है।
दुनिया का सबसे महंगा पिज्जा "लुइस XIII पिज्जा" है, जिसे इटली में बनाया जाता है। इस पिज्जा की कीमत लगभग 12,000 डॉलर है। इसमें दुर्लभ सामग्री जैसे कि कैवियार, नार्वेजियन लॉबस्टर, और जैविक बफ़ेलो मोज़रेला का उपयोग होता है।
अमेरिका में पिज्जा बेहद लोकप्रिय है, जहां हर साल लगभग 3 बिलियन पिज्जा बेचे जाते हैं। यह फास्ट फूड का एक प्रमुख हिस्सा बन गया है, खासकर फुटबॉल मैचों और पार्टियों में।
फ्रोजन पिज्जा का आविष्कार 1950 के दशक में हुआ था, जिससे पिज्जा को घर पर तैयार करना आसान हो गया। आज यह वैश्विक बाजार का एक बड़ा हिस्सा है।
दुनिया का सबसे बड़ा पिज्जा इटली के रोम में 2012 में बनाया गया था। इस पिज्जा का व्यास 1261.65 वर्ग मीटर था और इसे बनाने के लिए 9,920 किलोग्राम आटा, 3,992 किलोग्राम टमाटर सॉस, और 8,816 किलोग्राम मोज़रेला चीज़ का इस्तेमाल किया गया था।
दुनिया भर में पिज्जा के अनगिनत प्रकार हैं, जैसे कि शिकागो डीप डिश, न्यूयॉर्क स्टाइल, निआपोलीटेन, और कैलज़ोन। हर क्षेत्र का पिज्जा बनाने का तरीका और स्वाद अलग होता है।
पिज्जा का पहला डिलीवरी ऑर्डर 1889 में इटली के नेपल्स में दिया गया था। आज, पिज्जा डिलीवरी एक बड़ी इंडस्ट्री बन चुकी है, खासकर टेक्नोलॉजी और ऑनलाइन ऑर्डरिंग की सुविधा के साथ।