आखिर ताजमहल की गिनती दुनिया के 9 अजूबों में क्यों होती है?
ताजमहल की वास्तुकला का डिजाइन और निर्माण अद्वितीय है। इसमें मुगल, फारसी, इस्लामिक, और भारतीय वास्तुकला का अनूठा मिश्रण देखने को मिलता है, जो इसे दुनिया में अलग बनाता है।
ताजमहल का निर्माण सफेद संगमरमर से किया गया है, जो न केवल इसे खूबसूरत बनाता है बल्कि इसकी दीर्घकालिक टिकाऊपन भी सुनिश्चित करता है। संगमरमर पर की गई बारीक नक्काशी और जड़ाऊ काम इसे और भी आकर्षक बनाते हैं।
ताजमहल को मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया था। यह प्रेम की निशानी के रूप में पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है और इसे प्रेम के सबसे बड़े स्मारकों में से एक माना जाता है।
ताजमहल के मुख्य गुंबद का आकार और उसकी बनावट वास्तुकला का एक चमत्कार है। इस गुंबद को इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह दूर से भी बेहद आकर्षक दिखाई देता है।
ताजमहल की संरचना में पूरी समरूपता है। इसका हर हिस्सा, चाहे वह मीनारें हों, गुंबद हो, या प्रवेश द्वार, सब कुछ एक समान डिजाइन में बनाया गया है, जो इसे वास्तुकला का एक अद्वितीय नमूना बनाता है।
ताजमहल के अंदर गूंजने वाली आवाज़ें एक संगीतिक गुण को दर्शाती हैं। इसकी दीवारों और गुंबदों को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह ध्वनि के गूंजने के प्रभाव को बढ़ा देता है।
ताजमहल का रंग दिन के समय के अनुसार बदलता है। सुबह के समय यह गुलाबी दिखता है, दिन में सफेद, और रात के समय चांदनी में सुनहरा दिखाई देता है। यह परिवर्तन इसे और भी खास बनाता है।
ताजमहल को यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी है। यह इसकी ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और स्थापत्य महत्व को दर्शाता है, जो इसे दुनिया के अद्भुत अजूबों में शामिल करता है।